बेगूसराय | दिनकर कला भवन, बेगूसराय में रंग संस्था ’द प्लेयर्स एक्ट’ द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव रंग उत्सव 2025 के तीसरे दिन द राइजिंग सोसायटी, भोपाल, मध्य प्रदेश की नाट्य प्रस्तुति “मंजनू लाउंसमेंट” का मंचन किया गया। तारा पांचाल द्वारा लिखित रचना का नाट्यंतरण और निर्देशन युवा अभिनेता व निर्देशक कुलदीप कुणाल और मार्गदर्शन प्रीति झा तिवारी का है। लेखन के लिए कुलदीप कुणाल को और अभिनय के लिए प्रीति झा तिवारी को बिस्मिल्लाह खान संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

कहानी कहां-कहां करवट लेती है
मतलब परस्त दुनिया में आज जब लोग काम के लिए गधे तक को बाप बनाते हैं वही जब मतलब निकल जाता है तो पहचानते तक नहीं हैं… इसी कड़वी सच्चाई को नाटक के माध्यम से दर्शकों के सामने रखने का निर्देशक ने प्रयास किया है। नाटक की पूरी कहानी मुख्य पात्र मंजनू के इर्द-ग्रिर्द घुमती है। एक दौर था जब टेंट हाउस मंजनू की मुनादी से गुलजार होता था। मंजनू जिसे मुनादी के सिवा कुछ और नहीं आता था, उसने ईमानदारी से केवल मालिक की नौकरी की, लेकिन प्रेम में असफल, जीवन में असफल, उसके पास कुछ नहीं है। अपने सारे सपने और हकीकीत को मिलाकर वह एक कहानी लिखता है। कहानी नहीं नॉवेल, (मोटी वाली किताब) जब यह नॉवेल मंजून पंचाल बाबू को देता है पढ़ने के लिए। तब मंजनू का असल जीवन और उसकी कल्पना मंच पर साकार हो उठते हैं और नॉवेल के खत्म होने के बाद वर्तमान मंजनू अपना नॉवेल लिए खड़ा है अकेला एक सवाल लिए कि क्या ईमानदारी से काम करने वालों की जरूरत तब तक ही है जब तक वे आपके काम के थे।
लोकेंद्र और प्रीति झा की भूमिका प्रभावकारी रही
मंजनू की भूमिका में लोकेंद्र प्रताप सिंह, पांचाल बाबू की भूमिका में निखिल तिवारी और मां की भूमिका में प्रीति झा तिवारी का अभिनव प्रभावकारी था। सेठ की भूमिका में रंजीत परमार और भोला की भूमिका में प्रदीप शर्मा ने भी बेहतर छाप छोड़ी। छोटा मंजनू की भूमिका में आरंभ तिवारी और मंजनू २ की भूमिका में रचित सक्सेना भी प्रभावकारी रहे। विकास सिरमोलिया का संगीत बहुत बेहतर था।

अतिथियों का स्वागत किया
मंचन के पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन कला एवं संस्कृति पदाधिकारी श्याम साहनी, जिला खेल पदाधिकारी बिट्टू कुमार सिंह, को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार सिंह धनकु, अचिन्त्य शर्मा और रंग निर्देशक परवेज युसुफ और अभिनेता गुंजन सिन्हा ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। संस्था के अध्यक्ष समीर शेखर, सचिव चन्दन कुमार सोनू और गुरु कुंदन कुमार ने अतिथियों का अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह और पुष्प गुच्छ से सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन युवा कवि व रंगकर्मी दीपक कुमार ने किया।
कल कौन सा नाटक होगा

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