- 4 सितंबर को गढ़पुरा में होगा अभाविप का भव्य छात्र सम्मेलन एवं इकाई गठन
- जिला औद्योगिक एवं शैक्षणिक दृष्टिकोण से उन्नत, लेकिन श्री बाबू की धरती सरकार की प्राथमिकता सूची में नहीं
बेगूसराय (गढ़पुरा) | गढ़पुरा केवल एक प्रखंड ही नहीं वरन बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की कर्मभूमि भी रही है। यहां डिग्री कॉलेज का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार यहां डिग्री कॉलेज खोलकर श्री बाबू के सपनों को साकार करे। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी। ये बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विशेष आमंत्रित सदस्य अजीत चौधरी ने संगठन के विस्तारित बैठक में कही। बैठक में मौजूद सदस्यों से संगठन के अलावा स्थानीय शैक्षणिक एवं सामाजिक समस्यों पर विचार विमर्श भी किया।
बैठक में प्रवासी कार्यकर्ता शिवम वत्स एवं छात्र नेता सावन कुमार ने कहा कि 4 सितंबर को यहां भव्य छात्र सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर इकाई भी गठन होगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पुरुषोत्तम कुमार एवं जिला संयोजक राज दीपक गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थी परिषद समय-समय पर वैचारिक रूप से अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करती है।
राष्ट्रवादी भूमि है गढ़पुरा : हर्षवर्धन
वरिष्ठ कार्यकर्ता हर्षवर्धन कुमार एवं छात्र नेता प्रशांत कुमार ने कहा कि गढ़पुरा राष्ट्रवादी भूमि है। बेगूसराय जिला औद्योगिक एवं शैक्षणिक दृष्टिकोण से उन्नत है, लेकिन श्री बाबू की यह धरती सरकार की प्राथमिकता सूची में है ही नहीं। विद्यार्थी परिषद लोकल फॉर वोकल की भावना पर कार्य करते हुए यहां डिग्री कॉलेज खोलने को लेकर आंदोलन करेगी। बैठक में शिवम कुमार, सौरभ कुमार, अमोल, अंकित, नवनीत, गोविंद, सुधीर राघव, दिव्यम, नवीन, नीतीश अशोक आदि मौजूद थे।
