- जिला साहित्य अकादमी ने हिन्दी दिवस पर रचनाकारों, पत्रकारों और रंगकर्मी को किया सम्मानित
- हिन्दी दिवस के मौके पर साहित्य अकादमी की ‘आख्यान’ स्मारिका का विमाेचन किया गया
बेगूसराय | राष्ट्रवाद को जगाने में हिन्दी साहित्य की महती भूमिका रही है। चेतना को जागृत करने में हिन्दी सबसे कारगर और प्रभावी भाषा है। ये बातें एपीएसएम कॉलेज, बरौनी के प्राचार्य डाॅ. मुकेश कुमार ने जिला साहित्य अकादमी के स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में कहीं। क्लासिकल के नाम पर हिन्दी की सूरत बिगाड़ने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि आज हिन्दी को हिन्दी के विद्वानों से ही खतरा है। भारतीय भाषा संस्थान मैसूर के सीनियर रिसोर्स पर्सन डाॅ. वीरेश कुमार ने कहा कि कतिपय कारणों से हिन्दी आज अनुवाद की महज बनकर रह गई है। समय के साथ हिन्दी को समृद्ध करने की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है। मौके पर मुख्य वक्ताओं ने जिला साहित्य अकादमी की स्मारिका ‘आख्यान’ का विमोचन भी किया।
भावों को प्रकट करने की सुगम भाषा है हिन्दी: एमएलसी सर्वेश कुमार
दरभंगा स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने हिन्दी को राष्ट्र तथा राष्ट्रवाद की भाषा बताया। कहा कि भावों को प्रकट करने की सुगम भाषा हिन्दी है। हमारे जीवन में भावों का स्थान महत्वपूर्ण है। एक छोटा बच्चा भी तोतली जुबान में जब अपने भावों को प्रकट करता है तो वह भाषा भी हिन्दी ही होती है।
अकादमी की यह परंपरा वर्षों से जारी है : अग्निशेखर
महासचिव अग्निशेखर ने अकादमी का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कहा कि 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के अवसर पर अकादमी का स्थापना दिवस मनाया जाता है। स्थापना दिवस के मौके पर रचनाकारों, पत्रकारों और रंगकर्मी को सम्मानित करने की परंपरा वर्षों से लगातार जारी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के जिला उपाध्यक्ष प्रो. अमरेश शांडिल्य ने की जबकि मंच संचालन सच्चिदानंद पाठक और धन्यवाद ज्ञापन दुर्गा प्रसाद राय ने किया। मौके पर अकादमी के कोषाध्यक्ष इंजीनियर कन्हाई पंडित, सदस्य मिथिलेश कुमारी, नरेन्द्र कुमार सिंह, अमरशंकर झा सुब्बा, अनिल कुमार सिंह, रंगकर्मी अनिल पतंग, अराजपत्रित कर्मचारी संघ के जिला महामंत्री मोहन मुरारी समेत अन्य मौजूद थे।
जानिए, किन लोगों को कौन सा सम्मान मिला
साहित्यकार
रामनंदन महतो अज्ञानी : शिवनंदन सिंह स्मृति सम्मान
रंजू ज्योति : डॉ. वचनदेव कुमार स्मृति सम्मान
बबलू दिव्यांशु : वैद्यनाथ चौधरी स्मृति सम्मान
श्यामनंदन कुमार निशाकर : रामावतार यादव स्मृति सम्मान
डॉ. प्रभात कुमार प्रभाकर : डॉ. आनंद नारायण शर्मा स्मृति सम्मान
पत्रकार
मो. नूर आलम : जावेद इकबाल सम्मान
विपिन कुमार सिंह : कामता प्रसाद स्मृति सम्मान
रंगकर्मी
अभिजीत कुमार मुन्ना : अशोक पाठक स्मृति सम्मान