पटना/एजेंसी | वरिष्ठ आइएएस अधिकारी संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव को शुक्रवार की देर शाम आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। संजीव हंस को उनके पटना स्थित सरकारी आवास से जबकि पूर्व विधायक गुलाब यादव को दिल्ली के एक रिसॉर्ट से गिरफ्तार किया गया। ईडी के आधिकारिक सूत्रों ने दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। दोनों को ईडी के विशेष में कोर्ट में पेश किया गया और देर शाम बेऊर जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तारी से पहले छापेमारी
ईडी ने इन लोगों की गिरफ्तारी से पहले शुक्रवार को छापेमारी की थी। दोनों के खिलाफ धनशोधन का मामला बिहार पुलिस की एक प्राथमिकी से संबंधित है। एजेंसी ने संजीव हंस और उनके करीबियों के ठिकानों पर पटना और दिल्ली में एक साथ छापेमारी की। ईडी की कार्रवाई पटना में दो स्थानों पर जबकि दिल्ली में तीन स्थानों पर यह छापामारी देर शाम तक चली। विशेष निगरानी इकाई की कार्रवाई के आधार पर ईडी ने कुछ दिन पहले ही आइएएस हंस व पूर्व विधायक गुलाब यादव, हंस की पत्नी समेत अन्य के खिलाफ नए सिरे से मनी लॉन्ड्रिंग का नया मामला दर्ज किया था।
करीबियों के ठिकानों से 90 लाख कैश और 13 किलो चांदी हुआ था जब्त
इससे पहले संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव के करीबियों के ठिकानों से ईडी ने 90 लाख कैश और 13 किलो चांदी की सिल्ली जब्त किया था। इनके ठिकानों से कई बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य मिले थे। ईडी ने संजीव और गुलाब के करीबियों के दिल्ली, कोलकाता और मुंबई स्थित चार ठिकानों पर बुधवार को सर्च ऑपरेशन चलाया था। दो माह पहले ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजीव व गुलाब के पटना, पुणे, पंजाब, दिल्ली, नोएडा समेत देश के दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।
बेगूसराय के डीएम रह चुके हैं संजीव हंस
वर्ष 1997 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के अधिकारी संजीव हंस ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के साथ-साथ बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) के सीएमडी भी थे। संजीव हंस बेगूसराय के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। वहीं गुलबा यादव राजद के पूर्व विधायक हैं। उन्होंने 2015 से 2020 तक मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिसोर्ट
सूत्रों के अनुसार, संजीव हंस ने चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिसोर्ट खरीद रखा है। संजीव हंस की सख्ती की वजह से ही बिहार में प्रीपेड मीटर की इतनी डिमांड बढ़ाई कि मीटर लगाने वाली कंपनी ने गिफ्ट में मर्सिडीज कार दे दी।
रेप केस में भी फंसे हैं संजीव हंस और गुलाब यादव
ईडी की पहली कार्रवाई के बाद बिहार सरकार ने ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस का तबादला कर दिया था। उनकी पोस्टिंग सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) में की गई थी। संजीव हंस के खिलाफ ईडी जांच लगातार जारी थी। उन पर आय से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इससे पहले एक रेप केस में भी संजीव हंस फंसे थे, हालांकि इस मामले में पटना हाईकोर्ट से उनको राहत मिली हुई है।
