- सीतामढ़ी के राजकृष्ण झा वर्तमान में कोल्हापुर में एचपीसीएल में कार्यरत
- बक्सर के हेमंत मिश्रा यूपी के मिर्जापुर में एसडीएम पद पर तैनात
- जमुई के पारस कुमार शिक्षा विभाग में डीपीओ हैं
- जमुई के तीन अभ्यर्थियों को UPSC में मिली सफलता
नई दिल्ली /पटना | संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट 22 अप्रैल को जारी किया। जारी परीक्षा परिणाम में टॉप 20 में बिहार के तीन अभ्यर्थियों ने जगह बनाई है। सबसे ज्यादा जमुई जिले के तीन अभ्यर्थियों ने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की है। 8वीं रैंक लाने वाले सीतामढ़ी जिले के अथरी गांव निवासी राज कृष्ण झा वर्तमान में कोल्हापुर में एचपीसीएल में कार्यरत हैं। 13वीं रैंक हासिल करने वाले बक्सर के धोबी घटवा निवासी हेमंत मिश्रा यूपी के मिर्जापुर में SDM हैं। 269वें स्थान वाले जमुई के पारस कुमार वर्तमान में जमुई में ही शिक्षा विभाग में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) हैं।

राज कृष्ण झा ने नेपाल से पूरी की है स्कूली शिक्षा : सीतामढ़ी के अथरी गांव निवासी राज कृष्ण झा ने स्कूली शिक्षा नेपाल से पूरी की है। 12वीं की पढ़ाई बिहार बोर्ड से पूरी करने के बाद 2018 में मोतीलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। सीमित संसाधनों में पले-बढ़े राज कृष्ण झा वर्तमान में कोल्हापुर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।

हेमंत मिश्रा ने दो बार UPPSC और एक बार BPSC परीक्षा पास की : बक्सर के धोबी घटवा निवासी हेमंत मिश्रा ने UPSC परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में SDM हैं। हेमंत ने 12वीं तक की पढ़ाई पटना से की है। जामिया मिलिया से ग्रेजुएशन और जेएनयू से भूगोल में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने 2022 में UPPSC परीक्षा में 47वीं रैंक हासिल की थी। डीएसपी बनना पसंद नहीं था। फिर BPSC की 68वीं परीक्षा में 23वीं रैंक मिली। उपनिर्वाचन पदाधिकारी बने, लेकिन यह भी मंजूर नहीं था। फिर 2024 में UPPSC की परीक्षा पास कर (9वीं रैंक) एसडीएम बने। पिता ओमप्रकाश मिश्रा कैमूर में शिक्षा विभाग में APO और मां नम्रता मिश्रा शिक्षिका हैं।

2022 में आई रैंक से खुश नहीं थी जमुई की संस्कृति त्रिवेदी : UPSC 2024 के परीक्षा परिणा में जमुई के बम्बई कालोनी में रहने वाली संस्कृति त्रिवेदी को 17वां स्थान मिला है। संस्कृति के पिता आनंद प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि बेटी ने 2022 में UPSC में 352वीं रैंक हासिल की थी। बेटी रैंक से खुश नहीं थी। कहा था कि वह फिर से परीक्षा देगी। संस्कृति ने 2014 में 10वीं की परीक्षा 10 CGPA और 12वीं की परीक्षा 9.4 CGPA के साथ रांची के जवाहर विद्या मंदिर श्यामली से पास की। DU के गार्गी कॉलेज से 2019 में पॉलिटिकल साइंस से स्नातक किया। संस्कृति ने बताया कि अच्छी रैंक हासिल करने के लिए उसने हर दिन 15 से 17 घंटे की पढ़ाई की।

जमुई के DPO ने UPSC क्रैक करने के लिए दो बार छुट्टी ली : जमुई के शिक्षा विभाग में कार्यरत DPO (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी) पारस कुमार को यूपीएससी में 269वां स्थान मिला है। वर्क लोड होने के बावजूद उन्होंने नियमित पढ़ाई, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास के बूते यह सफलता अर्जित की है। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने के लिए दो बार विभागीय छुट्टी ली। हालांकि उन्होंने बताया कि अधिकांश तैयारी ड्यूटी के दौरान ही की। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जमुई में ही हुई है।

जमुई की लाॅ ग्रेजुएट ईशा रानी बनी IAS: जमुई ईशा रानी को सिविल सेवा की परीक्षा में 384 वां स्थान मिला है। पिता नारायण सिंह सीनियर एडवोकेट हैं। ईशा ने जमुई DAV स्कूल से दसवीं तक पढ़ाई की है। जबकि 12वीं की शिक्षा बोकारो में ली। लॉ से ग्रेजुएशन करने के बाद ईशा वर्तमान में लॉ प्रैक्टिस कर रही हैं।
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