बेगूसराय | स्थानीय एक होटल में मंगलवार को जलवायु स्मार्ट शासन: विभिन्न क्षेत्रों में तैयारी को सुदृढ़ करने विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। कार्यशाला का आयोजन यूनिसेफ, इंडिया एसडीजी ट्रस्ट तथा इंडसइंड बैंक के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। कार्यशाला में विषय प्रवेश नागरिक कल्याण संस्थान के निदेशक संजय गौतम ने कराया। कार्यक्रम का संचालन आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ दीपक मल्लिक तथा डॉ. बलराम जाधव ने किया।
कार्यशाला के अंतिम दिन सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, शिवनाथ सिंह, मृत्युंजय कुमार, आफताब आलम ने कहा कि हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि कौन-कौन से ऐसे विभाग हैं जो स्वयं के स्तर से पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं। कार्यशाला में जल संरक्षण, प्रदूषण कम करने के लिए पौधारोपण आदि मुद्दों पर जोर दिया गया। नागरिक कल्याण संस्थान के निदेशक संजय गौतम ने कहा कि जागरूकता के साथ-साथ स्वयं अपनी भूमिका तय करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए हमें सौर ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ानी होगी। साथ ही स्कूल-अस्पतालों की छतों पर छोटे-छोेटे पौधे लगाने होंगे।
दीपक मल्लिक ने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में तैयारियों को सुदृढ़ करने पर अपने विचार साझा किए। कहा कि आपदा में बाढ़-सुखाड़, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, जल स्रोत का संरक्षण कैसे करें, इसके लिए हमें यह भूमिका तय करनी होगी कि मानव जीवन के साथ प्राकृतिक संसाधन को सुरक्षित करने में हम कैसी भूमिका तय कर सकते हैं।
