- 1 जुलाई से घर-घर मतदाता सत्यापन करेंगे कर्मचारी
- मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 30 सितंबर को
पटना | बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दलों ने तालें ठोकनीं शुरू कर दी हैं। सीटों के बंटवारे को लेकर प्रेशर पॉलीटिक्स अभी से शुरू है। पक्ष और विपक्ष अपने-अपने काम को गिनाने में जुटा है। इसी बीच चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण की प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी है। अब 1 जुलाई से कर्मचारी घर-घर जाकर मतदाता का सत्यापन करेंगे। इसके तहत नाम जोड़े जाएंगे, हटाए जाएंगे और अगर किसी मतदाता की जानकारी गलत है तो उसे संशोधित भी किया जाएगा। आयोग के मुताबिक अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 सितंबर को होगा।
आयोग के अधिकारी की मानें तो अभी तक की प्रक्रिया यही रही है कि सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद चुनाव कार्यक्रम की घोषणा एक हफ्ते के अंदर होती है। मतलब यह कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें अक्टूबर के पहले सप्ताह में घोषित हो सकती हैं। हालांकि चुनाव आयोग की तैयारियों और राजनीतिक गतिविधियों को देखकर माना जा रहा है कि इस बार चुनाव नवंबर के मध्य तक कराए जा सकते हैं।
#ECI to begin Special Intensive Revision of Electoral Rolls in #Bihar
☑️ House-to-House verification to be done to ensure enrolment of all eligible Citizens
☑️ Political parties to be encouraged to participate actively in the revision processRead more: https://t.co/tTpb5EuXPE pic.twitter.com/4p2VBoDaRE
— Election Commission of India (@ECISVEEP) June 24, 2025
22 साल पहले हुआ था गहन पुनरीक्षण : आयोग के अनुसार, शहरीकरण, नए युवाओं का 18 वर्ष की आयु पूरी कर मतदाता बनने की पात्रता प्राप्त करना, मृत्यु की जानकारी का समय पर नहीं मिलने के कारण गहन पुनरीक्षण आवश्यक हो गया है। इससे त्रुटिरहित मतदाता सूची बनाई जाएगी। बताते चलें कि बिहार में इससे पहले गहन पुनरीक्षण 22 साल पहले 2003 में हुआ था।
