- सभी मृतक एक ही परिवार के, रविवार रात की घटना
- 250 लोगों ने डायन बताकर परिवार को मारा
- एक बेटा भागकर नानी घर पहुंचा, फिर मामले का हुआ खुलासा
पूर्णिया | पूर्णिया जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के टेटगामा गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाकर मार डाला। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। सभी आरोपी गांव छोड़कर फरार हैं। मृतकों की पहचान बाबूलाल उरांव (50), उनकी पत्नी सीता देवी (48), मां कांतो देवी (65), बेटा मंजीत उरांव (25) और बहू रानी देवी (23) के रूप में हुई है। घटना रविवार रात की है। सोमवार को घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना समेत आसपास के 3 थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तांत्रिक नकुल उरांव समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से गिरफ्तार आरोपी नकुल ने कहा कि मारपीट के बाद डीजल छिड़क पांचों को जिंदा जलाया था।
सदर SDPO पंकज शर्मा ने बताया कि बाबूलाल उरांव का 15 साल का बेटा साेनू किसी तरह भागकर नानी घर चला गया। उसने वहां पूरी बात बताई। वहां से लोग आए तो पुलिस को जानकारी लगी। कांड में पूरे गांव के शामिल होने की बात कही जा रही है। SIT की गठन किया गया है। छापेमारी जारी है। सोनू ने पुलिस को बताया कि रविवार की रात 10 बजे 50 लोग घर आए और मेरी मां सीता देवी को डायन बताकर पीटने लगे। उन लोगों ने मेरे परिवार को पीट-पीटकर मार डाला।
जानिए, क्या है मामला, कैसे दिया वारदात को अंजाम : दरअसल कुछ दिन पहले गांव के ही रामदेव उरांव के पुत्र की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद उनका भतीजा बीमार पड़ा था तो झाडफूंक करने वाले नकुल उराव ने लोगों को कहा कि सीता देवी, कातो देवी डायन है। उसी ने उसे बीमार किया है। इसके बाद रविवार रात गांव के मुखिया (मर्रर) नकुल उरांव की अगुवाई में हुई पंचायत में सीता को डायन मानकर उसके परिवार के खिलाफ फरमान सुनाया गया था। फरमान के बाद 200 से अधिक ग्रामीणों ने सीता और उसके पूरे परिवार को घेर लिया। पहले उन पर लाठी-डंडो से हमला किया फिर डीजल छिड़ककर आग लगा दी। इससे पांचों की मौके पर ही मौत हो गई।

3 शव नदी किनारे से मिले, 2 की खोज जारी : पुलिस ने तीन लोगों का शव बरामद किया है। तीनों शव अधजले हैं। एसडीपीओ पंकज शर्मा ने बताया कि तीनों शव नदी किनारे से मिले हैं। जांच के लिए एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम भी जुटी है। दो लोगों के शव को ढूंढ रहे हैं।
छावनी में तब्दील हुआ गांव : घटना की सूचना मिलते ही एसपी स्वीटी सहरावत, एएसपी आलोक कुमार समेत कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। 4 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। पूरा गांव छावनी में तब्दील है। कई थानों की पुलिस कैंप कर रही है। रजीगंज पंचायत में हुए इस कांड के बाद से दहशत का माहौल व्याप्त है। पुलिस महकमा अलर्ट पर है।

क्या कहती हैं एसपी सहरावत : पूर्णिया की एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि प्रथम दृष्टया गांव में झाड़फूंक के विवाद को लेकर घटना की बात प्रकाश में आई है। एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम की मदद से शवों की बरामदगी की कोशिश की जा रही है।








