बेगूसराय/मधेपुरा | निगरानी विभाग ने मंगलवार को बेगूसराय और मधेपुरा में कार्रवाई करते हुए अंचलाधिकारी, डाटा इंट्री ऑपरेटर और थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों को पूछताछ के लिए पटना ले जाया गया है। बेगूसराय में डंडारी के CO और डाटा इंट्री ऑपरेटर रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार हुए वहीं मधेपुरा में थाना प्रभारी भूमि विवाद के मामले में रिश्वत लेते हुए पकड़े गए।
बेगूसराय : जमाबंदी अलग-अलग करने के लिए मांगे थे 2 दो लाख
डंडारी प्रखंड के बांक निवासी पीड़ित विजय कुमार चौरसिया ने निगरानी को बताया था कि वे तीन भाई जमीन का आपस में बंटवारा कर अलग-अलग जमाबंदी करवाना चाहते थे। इसी के एवज में सीओ राजीव कुमार ने तीन लाख रुपए घूस की मांग की। हालांकि, बाद में वो दो लाख रुपये लेने पर राजी हो गए थे। शिकायत के बाद निगरानी विभाग ने इस मामले का सत्यापन कराया। उसके बाद मामला सही पाए जाने के बाद अपना जाल बिछाया।
प्रखंड सभागार में बैठक के बीच से सीओ को गिरफ्तार किया
निगरानी के डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने बताया कि मंगलवार को डंडारी प्रखंड सभागार में बैठक चल रही थी। इससे पहले पीड़ित विजय कुमार चौरसिया ने डाटा इंट्री ऑपरेटर कुंदन कुमार को 2 लाख रुपए दिए। डाटा इंट्री ऑपरेटर ने भी बैठक के दौरान ही सीओ राजीव कुमार को रुपए दिए। सीओ के रुपए लेते ही निगरानी की टीम ने सभागार में छापेमारी की और सीओ को रंगे हाथ 1.50 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया। जबकि डाटा इंट्री ऑपरेटर कुंदन कुमार के पास से 50 हजार रुपए बरामद हुए। कार्रवाई के बाद टीम ने स्थानीय पुलिस को मामले की सूचना दी। डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने बताया कि विजय कुमार चौरसिया की शिकायत पर प्राथमिकी 8 सितंबर को दर्ज की गई और 9 सितंबर को छापेमारी कर गिरफ्तारी की गई।
मधेपुरा : जमीन विवाद सुलझाने के लिए मांगे थे 20 हजार
मधेपुरा जिले के मठाही थानाध्यक्ष मितेंद्र कुमार मंडल को निगरानी ने 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। बैरवा निवासी वकील यादव ने जमीन विवाद मामले में थानाध्यक्ष पर लगातार घूस मांगने का आरोप लगाया था। पीड़ित का कहना था कि वह डेढ़ साल से थाने का चक्कर काट रहा था, लेकिन कार्रवाई के बजाय थानाध्यक्ष पैसों की मांग कर रहे थे। जब थानाध्यक्ष ने 20 हजार रुपये की मांग की तो उसने निगरानी विभाग से इसकी शिकायत की।
