बेगूसराय | 10 अगस्त की रात बछवाड़ा के रसीदपुर पंचायत के चिरंजीवीपुर चक्का गांव में चार लोगों की हत्या का आरोपी तीन दिन बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गया। हत्याकांड को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि मृतक संजीवन महतो (40) का बड़ा बेटा ही है। 17 वर्षीय आरोपी 10वीं में पढ़ता है। आरोपी संजीवन महतो की पहली पत्नी का बेटा है। एसपी मनीष कुमार ने बताया कि आरोपी ने सभी पर बांस और चाकू से हमला किया था। हत्या में प्रयुक्त बांस और चाकू दोनों बरामद कर लिए गए हैं। आरोपी ने पिता संजीवन महतो, सौतेली मां संजीता देवी (33) और बहन सपना कुमारी (10) को मुखाग्नि दी थी।
पुलिस ने चाची को उठाया तो मामले से पर्दा उठा
हत्याकांड के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी। घटना स्थल के पास ही मुखबिर लगा दिया था। ठोस जानकारी हाथ लगने के बाद पुलिस से आरोपी किशोर की चाची को पूछताछ के लिए उठाया। पहले तो चाची ने कुछ नहीं बताया, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो मामले से पर्दा उठा। पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया।
घटना से तीन दिन पहले पिता ने पीटा था, जिससे लगातार सिरदर्द था
एसपी मनीष कुमार के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि जब वह एक साल का था तो मां घर छोड़कर चली गई। पिता दूसरी शादी कर ली। जब 7वीं क्लास में था तो पिता ने खाना-पीना बंद कर दिया। इसके बाद से वह घर के बगल में ही चाचा-चाची और दादा-दादी के साथ रहने लगा। सौतेली मां छोटी-छोटी बातों पर पिता से पिटवाती थी। घटना से तीन दिन पहले भी पिता ने पीटा था। इससे लगातार सिरदर्द था। पिता और सौतेली मां के व्यवहार से काफी परेशान था।
आरोपी ने ही मुखाग्नि दी है, कोर्ट के आदेश पर ही श्राद्ध कर्म के लिए भेजेंगे : एसपी
एसपी ने बताया कि हत्या के नाबालिग आरोपी को बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप रहे हैं। आरोपी ने ही मुखाग्नि दी है इसलिए अगर परिजन लिखित रूप में देंगे तो किशोर न्यायालय के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में उसे श्राद्ध कर्म के लिए गांव भेजा जाएगा।
