- डीडीसी सोमेश बहादुर माथुर पर मनमानी और भ्रष्टाचार का आरोप
- तीन साल बीत जाने के बाद भी पार्षदों की योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं
बेगूसराय | बेगूसराय जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ दर्जनभर से अधिक जिला पार्षद गुरुवार को डीडीसी सोमेश बहादुर माथुर के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। धरना के पहले दिन पार्षदों ने डीडीसी सह जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ जमकर नारे लगाए। जिप अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान और उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने डीडीसी पर मनमानी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। समस्याओं के निराकरण के लिए 24 दिसंबर को ही पत्र देकर एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिए जाने के कारण हम लोग अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं।
जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान, उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि 2023-24 में जिला परिषद सदस्यों की ओर से 15वें वित्त आयोग, षष्ठ वित्त आयोग एवं पंचम वित्त आयोग की कुल 200 योजनाओं की अनुशंसा की गई थी। इन योजनाओं को बोर्ड ने पारित भी किया था, लेकिन इनमें से मात्र 62 योजनाओं की ही स्वीकृति दी गई। योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति देने में जानबूझकर विलंब किया जा रहा है।
3 साल में 1 अरब, 57 करोड़ का नुकसान
प्रत्येक वित्तीय वर्ष में जिला परिषद सदस्य को डेढ़ करोड़ से हिसाब से 35 जिला परिषद सदस्यों के बीच 52 करोड़ की योजनाओं की स्वीकृति दी जानी थी, तीन वर्षों में अब तक 1 अरब 57 करोड़ 50 लाख रुपए का नुकसान जिला परिषद सदस्यों को हुआ है। जिसके लिए डीडीसी जिम्मेदार हैं।

1 thought on “बेगूसराय DDC के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे जिला परिषद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष”
तथ्यपरक समाचार। नौकरशाही पराकाष्ठा पर है, निरंकुश है, एक कार्यपालक अधिकारी, अपने विधायी प्रधान की अनुशस्तियों से खुद को ऊपर मानता है ये काफी खेद के साथ प्रतिनिधियों के आत्ममंथन का विषय है । माननीय जिला पार्षदों की चुप्पी तीन साल बाद टूटी है; ये भी चिंताजनक बात है ।