बेगूसराय | साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के संदलपुर गांव निवासी हम पार्टी के नेता राकेश उर्फ विकास की हत्या के बाद से क्षेत्र की राजनीति गरमाई हुई है। अभी कुछ दिन पहले स्थानीय सांसद सह केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह जब पीड़ित परिवार से मिले थे तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से पुलिस को फटकार लगाई थी कि सही तरीके से काम करते तो हत्या नहीं होती। अब इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को समाहरणालय के दक्षिणी द्वार के निकट धरना दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अगर स्थानीय पुलिस सक्रिय होती तो विकास साह की जान बच सकती थी। मामले की उच्च स्तरीय जांच हो। दोषी पुलिस पदाधिकारी और अपराधियों को कठोर सजा मिले।
स्थानीय पुलिस और अपराधियों के बीच साठ-गांठ : धरना पर बैठे संगठन सचिव सुनील सिन्हा एवं कोषाध्यक्ष अभिनव कुमार ने कहा कि सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता विकास साह की नृशंस हत्या इस बात का प्रमाण है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन और अपराधियों के बीच साठ-गांठ है। दिनदहाड़े एक व्यक्ति का अपहरण हो जाता है और पुलिस उसे 5 दिनों तक नहीं ढूंढ़ पाती है। मिलता है तो अपहृ़त व्यक्ति का शव। घटना वाले दिन से ही स्थानीय पुलिस प्रशासन को इस मामले में तत्परता दिखानी चाहिए थी।
चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं सत्ताधारी जनप्रतिनिधि : पार्टी के पूर्व जिला प्रभारी शिवदयाल ने कहा कि जिले में प्रतिदिन जघन्य घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सत्ताधारी दलों के जनप्रतिनिधियों का ध्यान अपराध नियंत्रण पर नहीं है। सभी अपनी चुनावी तैयारी में जुटे हैं।
शराब और बालू माफिया के कब्जे में है बिहार पुलिस : धरना का नेतृत्व कर रहे पूर्व संगठन मंत्री सह अधिवक्ता अभिषेक जायसवाल ने कहा कि बिहार सरकार अपराध नियंत्रण करने में पूरी तरह फेल है। CM नीतीश कुमार को बिहार की कानून व्यवस्था से कोई मतलब नहीं है। बिहार पुलिस शराब माफिया, बालू माफिया एवं भू-माफिया के कब्जे में है।
इन लोगों ने भी मांगें रखीं : धरना में शामिल दिव्यरंजन कुमार एवं जितेंद्र राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी बेगूसराय इस नृशंस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी, अभियुक्तों का स्पीडी TRIAL, परिवार को पर्याप्त मुआवजा की मांग करती है। धरना देने वालों में राजेश कुमार, प्रभाकर कुमार, सिकंदर, रामाश्रय पासवान, छोटू कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
