बेगूसराय। बेगूसराय जिला के सदानंदपुर निवासी युवा साहित्यकार डॉ. अभिषेक कुमार को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को वाराणसी में प्रान्ति इंडिया साहित्य पुरस्कार – 2025 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार प्रान्ति इंडिया साहित्य संगठन के द्वारा प्रत्येक वर्ष अखिल भारतीय स्तर पर एक साहित्यकार को उनकी प्रकाशित किताब के आधार पर जीवन में एक ही बार दिया जाता है। डॉ. अभिषेक कुमार ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए अक्टूबर में राष्ट्रीय स्तर पर प्रविष्टियां आमंत्रित की गयी थी जिसमें उन्होंने अपनी अब तक प्रकाशित अपनी सभी 13 किताबें भेजी थी जिसमें से उनके काव्य – संग्रह ” रस्सा खोल ” का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया। काव्य – संग्रह ” रस्सा खोल ” डॉ. अभिषेक कुमार द्वारा रचित एक लयात्मक, प्रतिरोधी एवं जनपक्षिय काव्य – संग्रह है जिसका अब तक दो एडीशन प्रकाशित हो चुका है। इस काव्य – संग्रह का प्रथम एडीशन 2018 में प्रकशित हुआ था जो व्यापक रूप से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहा जबकि दूसरा एडीशन 2024 में प्रकाशित हुआ।
पहले भी मिल चुका है कई सम्मान
डॉ. अभिषेक कुमार को पूर्व में भी बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन और दूसरी प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। कोरोना डायरी : इंडिया फाइट्स अगेंस्ट कोविड – 19 के लिए डॉ अभिषेक कुमार का नाम इंफ्लूएंसर्स बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया जा चुका है। प्रान्ति इंडिया साहित्य पुरस्कार – 2025 से सम्मानित किये जाने के पश्चात जिले के साहित्यकारों ने खुशी व्यक्त करते हुए डॉ. अभिषेक कुमार को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
