- ABVP ने इनके खिलाफ चला रखा था आंदोलन
- इनकी बर्खास्तगी और कार्यकाल में वित्तीय अनियमितता की जांच की मांग
बेगूसराय | समग्र शिक्षा में पिछले एक दशक से जमे अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक (ADPC) रवि भूषण सहनी का आखिरकार ट्रांसफर हो ही गया। शुक्रवार को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जारी पत्र में एडीपीसी रविभूषण सहनी को निर्देश दिया गया है कि वे एक सप्ताह के अंदर बक्सर में एडीपीसी के रूप में ज्वाइन करें। बताते चलें कि एडीपीसी रविभूषण सहनी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इनके खिलाफ अभियान चला रखा था। परिषद के कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह और जिलाधिकारी तुषार सिंगला से मुलाकात कर इनकी बर्खास्तगी और इनके कार्यकाल में हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच की मांग की थी।
मनमानेपन के कारण कई कर्मियों को नौकरी से निकाला
बताते चलें कि विभाग के कर्मचारियों में अक्सर इस बात की चर्चा होती थी कि सभी कर्मचारी बदले गए हैं, लेकिन एडीपीसी जस के तस जमे हैं। अपनी रसूख और पहुंच के कारण ये बेगूसराय में जमे रहे। इस दौरान इन्होंने मनमाने तरीके से काम किया। इन्होंने डेली वेजेज पर काम करने वाले कई कर्मियों को बिना किसी कारण के निकाल दिया। पिछले महीने भी इन्होंने विभाग में वर्षों से डेली वेजेज पर काम कर रहे चतुर्थ श्रेणी के कर्मी बलवंत कुमार, जमेदार रजक और दीपक पासवान को निकाल दिया।
विभागीय पत्र को डीईओ तक पहुंचने नहीं देते थे
चर्चा है कि समग्र शिक्षा अभियान की ओर से जो भी पत्र निकाला जाता था उसकी प्रतिलिपि जरूर बनती थी, लेकिन इसकी कॉपी जिला शिक्षा पदाधिकारी तक नहीं पहुंचती थी। जबकि जारी पत्र में दिनांक और पत्रांक का उल्लेख भी होता था। नगर विधायक कुंदन कुमार और मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह को जब इस मामले की जानकारी दी गई तो वे भी काफी गंभीर हो गए। दोनों विधायकों ने इस मुद्दे को दिशा की बैठक में भी उठाया था। कहा गया था कि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई होगी।
पढ़ें वो पत्र जिसे विभाग ने जारी किया :-
