बिहारशरीफ | नालंदा के सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम की बात सुनते ही एक मुर्दा जिंदा हो गया और कहने लगा कि वह दवा लेने अस्पताल आया था। नशा करने के बाद वह शौचालय में बंद हो गया था। नशे के कारण ही वह बेहोश हो गया था। उसने अपना नाम मिथिलेश बताया। अस्पताल में मुर्दा के जिंदा होने की खबर सुनते ही लोग हक्के-बक्के रह गए। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने उसकी जांच करवाई और फिर थाने ले गई। आरोपी मिथिलेश ने पूछने पर उसने बताया कि वह अस्थवां थाना इलाके के जिरनाई पर से दावा लेने आया था। नशा करने के बाद शौचालय में गिर गया था।
शौचालय में गिरा हुआ था व्यक्ति
दरअसल, सदर अस्पताल बिहारशरीफ के शौचालय में एक व्यक्ति काफी देर से गिरा हुआ था। अस्पताल प्रबंधक ने इस घटना की सूचना बिहार थाना पुलिस को दी। पुलिस पहुंची और शौचालय का दरवाजा तोड़ा। पुलिस ने बिना जांच कराए मौत की पुष्टि कर दी। सिविल सर्जन जितेंद्र कुमार सिंह पहुंचे। मगर हकीकत तब सामने आई जब शौचालय में गिरे हुए व्यक्ति को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाने लगे।
मामले में एएसआइ ब्यास प्रसाद बोले-
बिहार थाना में पदस्थापित एएसआइ ब्यास प्रसाद ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी थी कि अस्पताल के शौचालय में एक शव पड़ा है। इसी सूचना पर पुलिस पहुंची थी। मौत की पुष्टि भी कर दी गई थी। शौचालय का दरवाजा तोड़कर देखा गया तो व्यक्ति गिरा हुआ था।
अस्पताल प्रबंधक कुणाल कुमार बोले-
वहीं सदर अस्पताल के प्रबंधक कुणाल कुमार ने बताया कि सफाईकर्मी ने सूचना दी थी कोई व्यक्ति शौचालय में गिरा हुआ है। मौत की पुष्टि हुई। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया था, लेकिन जब पोस्टमार्टम के लिए के जाने लगे तो व्यक्ति होश में आकर जिंदा हो गया। इसके बाद हमलोगों ने उसकी जांच की तो वो ठीक था।
