- जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधान परिषद में दिया जवाब
- newsvistabih ने सितंबर महीने में बाढ़ के समय उठाया था मुद्दा
- नदियों के पेट में भर रहे गाद की समस्या को प्रमुखता से रखा था
पटना | बिहार में बाढ़ की समस्या विकराल है। बाढ़ के कारण हर साल जहां लाखों परिवार विस्थापित होते हैं वहीं भूमि कटाव के कारण खेती बर्बादी होती है। प्रदेश में बाढ़ का प्रमुख कारण नदियों का पेट भरना (गाद जमा होना) है। इस संबंध में newsvistabih.com ने 29 सितंबर 2024 को खबर के माध्यम से इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। अब बिहार सरकार ने इस ओर ध्यान दिया है। सरकार नदियों से गाद निकालकर बेचेगी। इसके लिए योजना तैयार कर ली गई है। मॉडल प्रोजेक्ट बांका के चांदन डैम से शुरू होगा।
एमएलसी संजीव सिंह ने यह सवाल रखा था
जदयू के विधान पार्षद संजीव सिंह ने गुरुवार को विधान परिषद में कोसी नदी में अत्यधिक गाद के कारण बाढ़ की समस्या, तटबंध की मरम्मती, कोसी बराज की क्षमता और विस्थापन का मुद्दा उठाया था। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कोसी में गाद ज्यादा आती है। यह पहली बार है कि 2024 में पानी बराज के ऊपर से बहने लगा। इसके लिए राज्य सरकार दो प्रस्ताव पर काम कर रही है। पहला 1963 में बने बराज की संरचना पर तकनीकी और उपयोगिता के हिसाब से जांच कराना। दूसरा, डगमारा में नया बराज बनाने का प्रस्ताव है।
राष्ट्रीय गाद प्रबंधन नीति की मांग करता रहा है बिहार
मंत्री ने कहा कि बिहार लंबे समय से राष्ट्रीय गाद प्रबंधन नीति की मांग करते रहा है। 2012-13 में बिहार ने इसके लिए पहली बार मांग की थी। 2014 में एनडीए की सरकार बनने पर विशेषज्ञ कमेटी ने अध्ययन पूरा कर लिया है। मसौदा तैयार है। अब केंद्र की ओर से नीति लागू करने का इंतजार है।
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2 thoughts on “खबर का असर : नदियों से गाद निकालकर बेचेगी Bihar सरकार, Chandan Dam से शुरू होगा मॉडल प्रोजेक्ट”
अच्छा प्रयास
👍🏻😊
Focus needed to share project work with Nepal govt. Nitish govt should take initiative to prevent flood havoc in North Bihar and massive destruction and loss. More research required to find out if process of desiltation of river actually stops the possibility of floods and how it can be done.