बरौनी। ग्रीष्मकालीन रंग-उमंग कार्यशाला 2025 को लेकर केजीएम ड्रीम्स स्कूल निपनियां का परिसर बच्चों से गुलजार दिखा। अलग-अलग 12 गांवों के टोले- मोहल्ले और विद्यालयों से आए 133 बच्चे एक स्वर में मंगलवार की सुबह ओम के उच्चारण के साथ कार्यशाला की शुरुआत की। आकाशगंगा रंग चौपाल एसोसिएशन बरौनी द्वारा शंभु साह के स्मृति में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन एनटीपीसी बरौनी के मानव संसाधन विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक केसरी नन्दन मिश्रा, वार्ड पार्षद कुमार गौतम, रंगकर्मी फुलेना राय, नाटककार शिवजी आर्य, चित्रकार उमेश शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला के बहाने बच्चों में सांस्कृतिक चेतना का प्रसार होगा : के. एन. मिश्रा
इस मौके पर के. एन. मिश्रा ने कहा कि रंग- उमंग कार्यशाला के बहाने बच्चों में सांस्कृतिक चेतना का प्रसार होगा और ये बच्चे इसी बहाने कुशल व्यक्तित्व के धनी बन पाएंगे। उन्होंने आकाश गंगा रंग चौपाल की सराहना करते हुए कहा कि इन कार्यशालाओं से बच्चों को अपना सुंदर जीवन जीने का मौका मिलेगा। नाटककार शिवजी आर्य ने ने कहा कि आज गांवपन खत्म हो रहा है। ऐसे दौर में यह कार्यशाला गांव में आयोजित हो रहा है। इससे गांव की संस्कृति सबल हो पाएगी। फुलेना राय ने कहा कि एक कुशल अध्यापक या प्रशिक्षक स्वस्थ्य छात्र को तैयार कर सकते हैं जो भविष्य में राष्ट्र को सबल और सशक्त बना सकते हैं।
बच्चों के जीवन में एक बेहतर करियर बनाने का अवसर : डॉ कुन्दन कुमार
एसोसिएशन के सचिव गणेश गौरव ने वर्कशाप के सम्बन्ध में कहा कि इसमें पूरी तन्मयता के साथ बच्चे सीखे और अपने व्यतित्व में बदलाव लाए। कार्यशाला का संचालन करते हुए संयोजक डॉ कुन्दन कुमार ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य केवल बच्चों की मस्ती और कलाकारी सिखाना ही नहीं है बल्कि हम रंगमंच के बहाने पिछले 18 वर्षों से बच्चों के जीवन में एक बेहतर करियर बनाने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। बच्चे अपने आप को इस क्षेत्र में भी राह बना सकते हैं। इस अवसर पर आकाशगंगा के कलाकार दिनेश दीवाना, आनंद कुमार, राजू कुमार, संतोष कुमार, अंकित राज, अभिलाषा, अंकित कुमार, मनीष कुमार, राधे कुमार, रवि वर्मा, रोहित वर्मा, साक्षी, अनिमेष, जितेंद्र शर्मा, सुबोध सहित अन्य कलाकारों की उपस्थिति में बाल गीतों की प्रस्तुति की गयी। जिसे सुन बच्चे काफी मंत्र मुग्ध हुए।
मौके पर ये लोग थे उपस्थित
इस अवसर पर शिक्षक रंजीत कुमार, केजीएम ड्रीम्स स्कूल के विकास कुमार, कुमोद साह, इरम, सिमरण, बसंत कुमार, साना, साहेबा और कोमल कुमारी सहित अन्य यस्थित थे। विदित हो कि कार्यशाला आगामी 14 जून तक आयोजित है। जिसमें बच्चों को नाटक संगीत, नृत्य, ललित कला और व्यक्तित्व विकास पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं बच्चों को एक दिन के लिए राष्ट्रकवि दिनकर की जन्म भूमि सिमरिया का भी भ्रमण कराया जाएगा।
